Posts

हक़ से कहता हूं तू मेरी है.....!! Hindi love poem

Image
हक़ से कहता हूं तू मेरी है, जिंदगी तुम बिन अधूरी है....! खुशियां जो है मेरे इर्द गिर्द, सब तेरी ही तो मेहरबानी है....! रोज पुछती हो फ़िर भी तुम, क्या एहमियत तुझे मेरी है....! कहता हूं मैं बस इतना ही की, सांसे जीने के लिए जरूरी है....! ख्वाहिश नहीं और कुछ भी, तेरे साथ जीनी ये जिंदगानी है....! मुझे एतबार नहीं है किस्मत पे, बस एक तू ही मेरी तकदीर है....!!! प्रभात......... तेरा मेरा साथ रहे 👫💞

मौसम की पहली बारिश का मज़ा ही कुछ और है...!! Hindi Monsoon poem

Image
मौसम की पहली बारिश का, मज़ा ही कुछ और है... बरसती हुईं इन बूंदों का, नशा ही कुछ और है... क्या बच्चे क्या बड़े, हर कोई झुमने लगता है... लगे आसमां से तो जैसे खुशियां ही बरसने लगती है... कहीं चलती है नाव कागज की, तो कहीं गीत सावन के बजते हैं... भीगते हुए बच्चों को देख, हम खुद को की कहां रोक पाते हैं... यह देख जब चिल्लाए जो श्रीमती, तब हम उन्हें भी भीगो दिया करते हैं... थोड़ी शरारत और मस्ती में, सभी मुस्कुरा दिया करते हैं... गर्म पकोड़े और चाय के साथ, फिर बड़े मज़े की दावत होती है... तभी तो.... मौसम की पहली बारिश का, मज़ा ही कुछ और है.... बरसती हुईं इन बूंदों का  नशा ही कुछ और है.... प्रविन.........

ईश्वर नहीं आज मंदिर में ना मंदिर की घंटी बजाइए.....!!! Hindi suvichar

Image
ईश्वर नहीं आज मंदिर में, ना मंदिर की घंटी बजाइए.....! जो बैठा हो कोई बुजुर्ग अकेला किसी पार्क में, उसके पास जा कर थोड़ा समय तो‌ बिताइए.....! जाओ किसी अस्पताल में, वहां दिखे जो कोई पीड़ित परिवार, उसकी थोड़ी मदद ही कर आइए.....! गुजरो जब किसी गली मोहल्ले से, दिखे जो कोई परिवार जहां किसी की मृत्यु हुई हो, उस परिवार को सांत्वना तो दें आइए.....! किसी चौराहे पर खड़ा युवक को, उसे तलाश हो अगर काम की, उसे रोजगार तो दिलाइए.....! चाय पीने बैठो जो किसी चाय की दुकान पर, दिखे जो कोई अनाथ बच्चा कप प्लेट धोते हुए, उसे ना पाल सको तो कम-से-कम उसे पढ़ाइए.....! दिखे जो कोई बुढ़ी औरत, जो बेबस और बेसहारा हो, उसका सहारा बन उसे वृद्धाश्रम छोड़ आइए......! ईश्वर नहीं आज मंदिर में, ना मंदिर की घंटी बजाइए.....! प्रभात.......

अच्छे कर्मों से अपनी पहचान बना लेना.....!!! Motivation poem

Image
प्यार के दो अल्फाज़, तुम मुस्कुरा के बोल देना... कोई रुठे जो तुमसे, तो उसे प्यार से मना लेना... रब की इस दुनिया में, सबकी किस्मत एक सी कहां... दिखे जो कोई बेबस, तो उसे गले से लगा लेना.... बेशक तुम रहना, खुशियों की महफ़िल में.... पर दर पे जो कोई आए, तो उसे मायूस ना लौटा देना.... सिर्फ दौलत से ही नहीं  अच्छे कर्मों से होती है पहचान.... अपने अच्छे कर्मों से, तुम अपनी पहचान बना लेना.... कभी घमंड ना करना, तुम अपनी हैसियत पर... एक इंसान ही हो तुम, इंसानियत का फ़र्ज़ अदा कर देना.... प्रविन..........

आज सालगिरह है हमारी शादी की...!!!

Image
मुस्कुराने लगती है खुशियां, जब आता दिन ये हर साल है... रिश्ता जुड़ा एक अंजाने से, जो जीवन संगिनी मेरी आज है... आज रौशन है घर-बार मेरा, सब उसकी ही बदौलत है... छोड़ के अपना सबकुछ उसने, मेरे परिवार को अपनाया है... सास-ससुर को मां-बाप मान, बहू का दर्जा भी खूब निभाया है... प्यार समर्पण के भाव से  हर रिश्ते को उसने संभाला है... हर मोड़ पर मेरा साथ दिया, सुख दु:ख में उसका सहारा है... जितना मिले वो उतने में है खुश, सबकी ख़ुशी में खुश उसे देखा है... खुशनसीब हूं मैं ओ मेरी प्रिये, पत्नी रूप में जो तुम्हें पाया है... आज सालगिरह है हमारी शादी की, रब से हर जनम में तुम्हें ही मांगा है.... प्रविन........ तेरा मेरा साथ रहे 👫💞

पहली मुलाकात....!!! Hindi love Poem

Image
कभी अंजाने में यूं ही, उनसे मुलाकात हो.. फिर आंखों ही आंखों में, उनसे दिल की बात हो.. संग बैठें हों जब हम, किसी झील के किनारे.. बहते पानी में भिगते हमारे पांव हो.. दूं उन्हें तोहफा, एक हसीन गुलाब का.. उनके मुस्कुराने की वजह, तब बड़ी ही खाश हो.. ख़ामोश लबों पर, छिपी हों बहुत सी बातें.. पर दोनों सोचे यही की, आखिर शुरुआत कहां से हो.. सरकते हाथों की उंगलियां, उन्हें छूने को बेताब हो जाए.. दिल यही चाहे की, उनके हाथों में मेरा हाथ हो.. हसरतें तो और भी हैं, इस नादान दिल की यारों.. पर बयां तो तब होगी सारी, जब उनसे हमारी पहली मुलाकात हो...!! प्रविन..........✍ मेरा साथ रहे 👫💞 Kabhi anjane me Yun hi, Unse mulakaat ho......... Fir ankhon hi ankhon me, Unse Dil ki baat ho......... Sang baithen ho hum, Kisi jhil ke kinare, Bahte Pani me bhigte, humare panv ho......... Dun unhe fohfa, Ek hasin gulab ka, Unke muskurane ki vajah, Tab Badi khaash ho........ Khamosh labon par, Chhipi ho bahot si baate, Par dono soche yahi ki,...

चुनो उसे जो लायक़ हो..!!! Hindi election poem

Image
चुनो उसे जो लायक़ हो.. चाहे किसी भी पक्ष से वो आया हो.. लोभ लालच ना हो जिसमें बस देश हित ही उसमें चाहत हो.. नेता खुद को ना समझ कर, जो खुद को जन सेवक समझता हो.. जिसे अमीरों से पहले, देश के गरीबों का खयाल आता हो.. महलों में ना रह कर, जो लोगों के बीच में हमेशा रहता हो.. सुनकर लोगों की समस्या  उसका तुरंत ‌समाधान जो लाता हो.. अपनी जीत का ना जश्न मनाकर, हर एक वोट की कीमत जो जानता हो.. ले कर संविधान की शपथ, अपने कार्य को जो पूरे ईमान से करता हो.. अबकी चुनें हम ऐसी सरकार, जो देश हित के लायक हो.. वंदे मातरम् प्रभात.......