चुनो उसे जो लायक़ हो..!!! Hindi election poem
चुनो उसे जो लायक़ हो..
चाहे किसी भी पक्ष से वो आया हो..
लोभ लालच ना हो जिसमें
बस देश हित ही उसमें चाहत हो..
नेता खुद को ना समझ कर,
जो खुद को जन सेवक समझता हो..
जिसे अमीरों से पहले,
देश के गरीबों का खयाल आता हो..
महलों में ना रह कर,
जो लोगों के बीच में हमेशा रहता हो..
सुनकर लोगों की समस्या
उसका तुरंत समाधान जो लाता हो..
अपनी जीत का ना जश्न मनाकर,
हर एक वोट की कीमत जो जानता हो..
ले कर संविधान की शपथ,
अपने कार्य को जो पूरे ईमान से करता हो..
अबकी चुनें हम ऐसी सरकार,
जो देश हित के लायक हो..
वंदे मातरम्
प्रभात.......
चाहे किसी भी पक्ष से वो आया हो..
लोभ लालच ना हो जिसमें
बस देश हित ही उसमें चाहत हो..
नेता खुद को ना समझ कर,
जो खुद को जन सेवक समझता हो..
जिसे अमीरों से पहले,
देश के गरीबों का खयाल आता हो..
महलों में ना रह कर,
जो लोगों के बीच में हमेशा रहता हो..
सुनकर लोगों की समस्या
उसका तुरंत समाधान जो लाता हो..
अपनी जीत का ना जश्न मनाकर,
हर एक वोट की कीमत जो जानता हो..
ले कर संविधान की शपथ,
अपने कार्य को जो पूरे ईमान से करता हो..
अबकी चुनें हम ऐसी सरकार,
जो देश हित के लायक हो..
वंदे मातरम्
प्रभात.......
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