Har roj subha tum aisa karna..... G...M...Hindi poem...
हर रोज सुबहा तुम ऐसा करना.... जब नींद खुले पलकों से तो, हथेली को अपने चुम लेना.... इन हाथों से नेक कर्म हो, यही रब से तब दुआ करना..... ईश्वर को पूजो ना पूजो, मां-बाप के चरणों को पूज लेना..... उस वक्त जो आशीष मिले, उसे ईश्वर का वरदान समझ लेना..... ईश्वर का हर रूप तुम्हें, मां-बाप में ही दिख जाएगा..... चारों धाम का पुण्य भी तुम्हें, उनकी सेवा में मिल जाएगा..... हो चाहे कितनी भी मुश्किल डगर, हर मंजिल तुम्हें मिल जाएगी..... मां-बाप की दुआओं से, हर विपदा दूर हो जाएगी...... सुप्रभात मेरे दोस्तों 🔆🙏 प्रभात..... 🙏मात-पिता के चरणों में नमन 🙏