Posts

Showing posts from December 5, 2018

जीवन का उद्देश्य.....!!! Hindi suvichar

Image
व्यवहार मीठा न हो तो; हिचकियां भी नहीं आती... बोल मीठे न हो तो; कीमती मोबाइल पर; घंटियां भी नहीं आती... घर बड़ा हो या छोटा; दिल बड़ा न हो तो इंसान तो क्या; चिड़ियां भी नहीं आती... जीवन का आरंभ खुद के रोने से होता है... और जीवन का अंत दुसरे के रोने से होता है... इस आरंभ और अंत के बीच का जीवन हस्य भरा हो..  बस यही तो सच्चा जीवन है... हे प्रभु...  न किसी का फेंका हुआ मिले... न किसी से छीना हुआ मिले... मुझे तो जो भी मिले... मेरे नसीब में लिखा हुआ मिले... बस इतना देना मेरे मालिक.... अगर जमीन पर बैठूं तो; लोग उसे मेरा बड़प्पन कहें; मेरी औकात नहीं...... प्रभात...........

मां का यही अरमान है.....!!! Hindi family poem

Image
गुज़र गया वो जमाना, जब सास बहू को सताया करती थी..... आज के दौर में तो, बहू ही सास को रूलाया करती है..... ना जाने कैसी बहू आएगी, इसी चिंता में हर सास रहा करती है..... जुदा ना कर दे कंही बेटे को, इस बात से आज हर मां डरती है..... ***** नव महिने जिसे कोख में पाला, भूख लगी तो छाती से लगाया..... ख़ुद को भुल कर जिसे संभाला, रात भर जाग कर जिसे सुलाया, उस पल खुशी से रो पड़ी थी मां, जब बेटे ने मां कह कर बुलाया, अपनी ख्वाहिशों को त्याग कर, बेटे के हर सपनों को सजाया, लायक़ बना कर बेटे को अपने, मां ने अपना फ़र्ज़ खूब निभाया, बस अरमान यही अब मां का बेटे.... एक सुंदर, सुशील, गुणवान बहू, अब तू इस घर में भी लादे.... सास ससुर को जो मां बाप माने, इस घर को जो प्यार से संभाले..... बेटी की तरह रखूंगी उसको, हर अधिकार उसे मैं दूंगी.... पोते पोतियों के अंदर मैं, तेरा बिता बचपन देखूंगी.... बस सपना यही है मेरा की, एसा हंसता खेलता हमारा परिवार हो..... मेरी गोद में तू इस दुनिया में आया, तेरी दोग में ही मेरी आखरी सांस हो......!!!! प्रभात.........