देखूं अपना अक्श और तुझको पाऊं मैं.......!!! Hindi love poem
तुझे याद कर तारो भरे आंसमाँ को निहारूं मैं खुशी से मांग ले तू जान तो भी तुझपे वार दूं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ मोहब्बत के इस गुलशन में रात ऐसे बिताऊं मैं तेरी ही बांहो के घेरे में अब रहना चाहूं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ चांदनी रातो में तेरे मेरे नैनो की कहानी सुनाऊं मैं तेरी ही चाहत के साये में टूटकर बिखर जाऊं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ मुकद्दर से लङकर सिर्फ तुझे अपना बनाऊं मैं प्यार के सागर मे तेरे साथ डूब जाऊं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ तन्हाई मे तेरे मेरे प्यार के नगमें गाऊं मैं दिन की रोशनी मे तेरी परछाई बनके आ जाऊं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ तुझसे दूर होने पर बादल बन उङ जाऊं मैं तेरी उल्फत मे इतनी दीवानी हो जाऊं मैं ✜◎◎◎💠💞💠◎◎◎✜ देखूं अपना अक्श और तुझको पाऊं मैं तुझे याद कर तारो भरे आंसमाँ को निहारूं