किसने कहा दोस्त आज़मा के मिलते हैं....!!! Hindi suvichar
लोग चेहरे पे चेहरा लगा के मिलते हैं.... मसलहत हम भी मुस्कुरा के मिलते हैं.... हमारी सरबुलंदी दुआओं का नतीजा है.... हम बुजुर्गों से भी सर झुका के मिलते हैं.... वहीं तक हमारी चाहत की इंतहा है.... जहां ये ज़मीं आसमां जाके मिलते हैं.... गलतफहमियां इस कदर दिलों में है.... दोस्त भी अब खंजर छिपा के मिलते हैं.... परखने से दौलत वफ़ा की नहीं मिलती.... किसने कहा दोस्त आज़मा के मिलते हैं....!!! प्रभात........ 🌞🙏