ईश्वर नहीं आज मंदिर में ना मंदिर की घंटी बजाइए.....!!! Hindi suvichar
ईश्वर नहीं आज मंदिर में, ना मंदिर की घंटी बजाइए.....! जो बैठा हो कोई बुजुर्ग अकेला किसी पार्क में, उसके पास जा कर थोड़ा समय तो बिताइए.....! जाओ किसी अस्पताल में, वहां दिखे जो कोई पीड़ित परिवार, उसकी थोड़ी मदद ही कर आइए.....! गुजरो जब किसी गली मोहल्ले से, दिखे जो कोई परिवार जहां किसी की मृत्यु हुई हो, उस परिवार को सांत्वना तो दें आइए.....! किसी चौराहे पर खड़ा युवक को, उसे तलाश हो अगर काम की, उसे रोजगार तो दिलाइए.....! चाय पीने बैठो जो किसी चाय की दुकान पर, दिखे जो कोई अनाथ बच्चा कप प्लेट धोते हुए, उसे ना पाल सको तो कम-से-कम उसे पढ़ाइए.....! दिखे जो कोई बुढ़ी औरत, जो बेबस और बेसहारा हो, उसका सहारा बन उसे वृद्धाश्रम छोड़ आइए......! ईश्वर नहीं आज मंदिर में, ना मंदिर की घंटी बजाइए.....! प्रभात.......