आज तो मैं सोलह श्रृंगार कर लूंगी.....!!! Hindi love poem
आज तो मैं सोलह श्रृंगार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 फिर ‘उनसे’ खूब मैं प्यार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 रूठेंगे गर देर लगी मुझको सजने में 《《《《《♡♥》》》》 चंचल चितवन से मनुहार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 जरा, गजरा, बिंदी साथ देना जरा 《《《《《♡♥》》》》 छुट्टी लेने को उन्हें तैयार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 लाली की चमक पिघला न सकी तो 《《《《《♡♥》》》》 री शस्त्र आंसू की बौछार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 बीवी का कर्तव्य मैं जानती हूँ 《《《《《♡♥》》》》 तुलसी सा पावन घर बार कर लूंगी 《《《《《♡♥》》》》 प्रतिभा.......... तेरा मेरा साथ रहे 👫💞