जब मैं तुमसे मिलता हूं.......!! (Jab main tumse milta hun...!)Hindi love poem
जज्बात बहकने लगते हैं, जब मैं तुमसे मिलता हूं....! ❥❥══💕══❥❥ अरमान मचलने लगते हैं, जब मैं तुमसे मिलता हूं....! ❥❥══💕══❥❥ साथ हम दोनों का, कोई बरदाश्त नहीं करता, ❥❥══💕══❥❥ सब मुझसे जलने लगते हैं, जब मैं तुमसे मिलता हूं....! ❥❥══💕══❥❥ आँखों से तुम ना जानें, क्या -क्या कहे देती हो, ❥❥══💕══❥❥ तुफान से चलने लगते हैं, जब मैं तुमसे मिलता हूं.....! ❥❥══💕══❥❥ हाथों से हाथ मिलते है, होंठों से होंठ, ❥❥══💕══❥❥ दिल से दिल भी मिलने लगते हैं, जब मैं तुमसे मिलता हूं....! ❥❥══💕══❥❥ आँखों से बहे जाती है, तन्हाई कि वह रात, ❥❥══💕══❥❥ कई शिकवे दिल में रह जाते हैं, जब मैं तुमसे