रूठों बेशक अपनों से.......!!! Hindi suvichar
रूठों बेशक अपनों से, पर मनाने पर मान जाओ.... अपने तो आखिर अपने है, ये बात तुम मत भूल जाओ.... होती है गलती... आखिर गलती से ही... जिसने गलती कभी न की, ऐसा एक इंसान लाओ.... टूटने पर पता चलती है, अहमियत उस रिश्ते की.... वक्त रहते ही, उन रिश्तों को पहचान जाओ.... बजती है ताली दो हाथों से, ये दुनिया का उसूल है.... दिल से निभाओ हर रिश्ते को सम्मान.....दो और सम्मान....पाओ...... प्रभात..........