मां तेरा प्यार ये कैसा है.....???? Hindi mother poem
घुटनों पर रेंगते रेंगते, कब अपने पैरों पर खड़ा हो गया.... मां तेरी ममता की छांव में, न जाने कब मैं बड़ा हो गया..... काला टीका, दुध मलाई, आज भी सब कुछ वैसा है..... मैं ही मैं दिखूं हर जगह, मां तेरा प्यार ये कैसा है.....? सीधा-साधा, भोला-भाला, और थोड़ा सैतान भी हूं...... कितना भी बड़ा हो जाऊं मैं, तेरे लिए तो आज भी मां मैं बच्चा हूं.....!! Miss you mom😥 प्रभात..........