बीते बचपन का जमाना......!!! Hindi bachpan poem

जब बचपन था तो बड़े होने की जद्दोजहद थी आज बिते बचपन का जमाना अच्छा लगता है.... वो बारिश में दोस्तों के संग भीगना, वो स्कूल के बाहर मुरमुरा खाना अच्छा लगता है.... वो अंगूठे से दोस्ती तोड़ देना, वो छोटी उंगली से मान जाना अच्छा लगता है.... वो लड़ना झगड़ना फिर साथ खेलना, वो गुड्डे-गुड़ियों का खेल अच्छा लगता है.... वो दोस्ती की कसमें खाना, वो दोस्त के लिए कुछ भी करना अच्छा लगता है.... वो बचपन का याराना और प्यार बचपन वाला, वो बचपन का गुज़रा ज़माना मुझे अच्छा लगता है.... प्रभात........