फुरकत के लम्हें.......!!! Hindi love poem
फुरकत के इन लम्हों में से, एक लम्हा चुरा लेता हूं... उस पल तेरी याद में, मैं सारी दुनिया भूला देता हूं.... न होश रहता खुद का, न परवाह होती जमाने की.... अपनी आंखों में जब, मैं तेरी तस्वीर बसा लेता हूं.... दिखती है तू हर ज़र्रे में, ख़्यालो में जब तू चलती है.... ख्वाबों के हसीन जहां में, मैं तुझे अपने पास बुला लेता हूं.... मिलना हमारा मुश्किल है, "जाना" अभी हालात हैं मजबूरी के.... दूर रहकर भी इस तरह, मैं तुझे अपने पास पा लेता हूं....!!! प्रभात.......... तेरा मेरा साथ रहे 👫💞