बड़ी प्यारी पर थोड़ी पगली है.....वो.......!!! (Badi pyari par thodi pagli hai vo...!!)Hindi love poem
न जाने कितनी मोहब्बत मुझसे करती है.....वो.......! की हर पल बस मेरे ही, खयाल में रहती है.....वो........! मैं कहूं कितना भी उसे की, "जाना" मैं बस तेरा ही हूं........! फिर भी हर पल, मुझे खोने से डरती है.....वो.......! कोशिश यही करता हूं की, कभी उसे रोने न दूं........! पर एक दिन की जुदाई में भी, अपना बूरा हाल कर लेती है......वो.......! कभी हो जाए जो हममें, थोड़ी सी तकरार तो........! पल भर में सबकुछ भुल कर, मुझे मनाने लगती है.....वो.......! न होश है उसे खुद का, न ही रहती अपनी कोई फ़िकर.......! बस मेरे लिए ही हर वक्त परेशान रहती है....वो.......! उसे पा कर और कुछ पाने की, अब मुझे तमन्ना ही न रही.......! ऐसी है यारों मेरी "प्रतिभा", जो बड़ी प्यारी पर थोड़ी पगली है.....वो.......!! प्रविन..........✍ मेरा साथ रहे 👫💞 Na Jane kitni mohabbat, Mujhse karti hai....vo.....! Ki har pal bas mere hi, khayalo me raheti hai...vo.....! Mai kahun kitna bhi use ki, Jaan Mai bas tera hi hun, Firbhi har pal mujhe, khone se darti ha