सुबह बड़ी अच्छी लगती हैं....... Hindi good morning poem

अखबार की सुर्खियां,
और चाय की चुस्कियां....

सुबह बड़ी अच्छी लगती है.....

गुनगुनाते भंवरे और,
रंग-बिरंगी तितलियां.........

सुबह बड़ी अच्छी लगती है.........

हरे भरे बागानों में,
फूलों से लचकती डालियां........

सुबह बड़ी अच्छी लगती है..........

पत्तियों पे जमी ओस की बूंदें और,
कोहरे में लिपटी वादियां............

सुबह बड़ी अच्छी लगती है...........

पहाड़ों से गिरते झरने और,
बहेती नदी की निर्मल धारा...........

सुबह बड़ी अच्छी लगती है...........

उड़ते पंछियों का नजारा और,
उनके स्वर का मधुर तराना...........

सुबह बड़ी अच्छी लगती है..........

ऐसा हो सुबह कुदरत का नजारा और,
हाथों में हो हाथ तुम्हारा...........

तो सुबह की सैर बड़ी अच्छी लगती हैं.......!!

प्रविन........✍

Akhbaar ki surkhiya aur,
Chai Ki chuskiyan.........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

Gungunate bhanvare Aur,
Rang birangi Tittliyan..........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

hare bhare baganon me,
Phoolon se lachakti Daliyan.........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

Pattiyon pe Jami Os ki bunde aur,
Kohre Mein Lipti wadiyan.........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

Pahadon se Girte jharne aur,
baheti Nadi Ki Nirmal Dhara.........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

Udate panchiyon ka najara aur,
Unka Sawar ka madhur tarana........

Subah Badi acchi Lagti Hai........

Aisa Ho subha kudrat Ka najara aur,
Hathon me ho hath tumhara........

To Subah Ki Sair Badi acchi Lagti Hai.......

Pravin...........✍



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