फ़ुरसत के लम्हे....!! Hindi love poem

फ़ुरसत के लम्हे,
मैं आज निकाल लाया हूं....

मैं तेरे लिए सारा,
कामकाज छोड़ आया हूं....

गुज़रेगा दिन आज,
बस तेरे ही पहलू में....

मैं तेरे लिए प्यार के,
तोहफे हजार लाया हूं....

सुनाऊंगा आज तुझे,
तेरे रूखसार के नगमे....

मैं तेरे हुस्न को आज,
अपनी ग़ज़लों में उतर लाया हूं....

महकेगा इश्क आज,
हमारी बेपनाह मोहब्बत से....

आज मैं तेरी चाहत के,
दरिया में डूबने आया हूं....

बड़ी मुश्किल से,
फ़ुरसत के पल निकाल लाया हूं....

मैं तेरे लिए आज अपना,
सारा काम-काज छोड़ आया हूं....


प्रविन.......✍
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞


Fursat ke lamhe
Main aaj nikaal laya hun....

Main Tere liye sara,
kaam-kaaz chhod aaya hun....

Gujrega din aaj,
Bas Teri hi pahelu me......

Main Tere liye pyar ke,
Tohfe hazaar laya hun......

Sunaunga aaj tujhe,
Tere rukhsar ke nagme.....

Main Tere husn ko aaj,
Apni gazlo me utar laya hun.....

Mahekega ishq aaj,
Humari be-panha mohabbat se.....

Aaj Mai Teri chahat ke,
Dariya me doobne aaya hun.....

Badi mushkil se,
Fursat ke lamhe nikal laya hun....

Mai Tere liye aaj apna,
Sara kaam-kaaz chhod aaya hun....!!!

Pravin.......✍

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