लोग.......!!! Hindi suvichar

अपने अजीब अंदाज पे इतराते हैं...लोग..
खुद की फजीहत पे मुस्कराते हैं...लोग..

पलकों में जख्मों को पनाह देते हैं,
और अश्कों से दर्द बतलाते हैं...लोग..

जिन हाथों में हिज्र की जंजीरें डाल आये,
उनकी लाशों पे मातम मनाते हैं...लोग..

मंदिर पराया है और मस्जिद भी है ग़ैर,
यहां खुद को ही ख़ुदा बताते हैं...लोग..

अपनें ख्यालों को महफूज रखना यारों,
यहां चिरागों को भी तबियत से बुझाते हैं...लोग..!!

प्रभात........

Comments

  1. ખૂબ જ સરસ સુવિચાર પ્રભાત જી
    શુભ સવાર
    શુભ દિન રહે આપનો
    હંમેશા ખુશ રહો જી

    😊👌🌹🍫☕😘💞👫

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....