कर दे एक एहसान मुझपे....!!! Hindi sad love poem
कर दे एक एहसान मुझपे,
गले लगा एकबार मुझको,
आँखों से बहते तेरे आंसू पोंछ लेने दे मुझको।
दिल पर चोट दी है जो मैंने,
उस पर मरहम भी लगाने दे मुझको।
चाहे ना समझे तू मुझे अपने लायक,
पर अपने चरणों की दासी रहने दे मुझको।
तू चाहे तो दूर चली जाऊंगी तुझसे,
बस एक बर सीने से लग के रो लेने दे मुझको।
तोट के वो सारी कसमें जो खाई है तुने,
अब और सज़ा तू देना मुझको।
कहीं खुद को ही ना खो बैठूं मैं किसी दिन,
उससे पहले तू पास अपने बुला ले मुझको।
जिंदगी मेरी तुझसे ही है,
तेरे बिना कोई वजूद ना मेरा,
फिर से वो चाहत के दिन लौटा दे मुझको।
बस एक एहसान कर दे मझपे,
गले लगा कर एक बार मुझको।
प्रतिभा.........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
गले लगा एकबार मुझको,
आँखों से बहते तेरे आंसू पोंछ लेने दे मुझको।
दिल पर चोट दी है जो मैंने,
उस पर मरहम भी लगाने दे मुझको।
चाहे ना समझे तू मुझे अपने लायक,
पर अपने चरणों की दासी रहने दे मुझको।
तू चाहे तो दूर चली जाऊंगी तुझसे,
बस एक बर सीने से लग के रो लेने दे मुझको।
तोट के वो सारी कसमें जो खाई है तुने,
अब और सज़ा तू देना मुझको।
कहीं खुद को ही ना खो बैठूं मैं किसी दिन,
उससे पहले तू पास अपने बुला ले मुझको।
जिंदगी मेरी तुझसे ही है,
तेरे बिना कोई वजूद ना मेरा,
फिर से वो चाहत के दिन लौटा दे मुझको।
बस एक एहसान कर दे मझपे,
गले लगा कर एक बार मुझको।
प्रतिभा.........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
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