देख पिता की शहादत.....!!!! Hindi desh bhakti poem
देख पिता की शहादत,
ख़ून मेरा खौल उठा है...
आंखों में है आंसू और,
सीने में शोला भड़क उठा है...
सर पे पिता का रहा ना साया,
उसका मुझे कोई ग़म नहीं...
मेरी जुबां पर आज भी,
ज़य हिंदी का ही नारा है...
शेरों को धोखे से मारा,
जिन पाकिस्तानी कुत्तों ने...
उन्हें मिटाने के लिए,
मुझे फौज में भर्ती होना है...!!
जय हिन्द ✊
ख़ून मेरा खौल उठा है...
आंखों में है आंसू और,
सीने में शोला भड़क उठा है...
सर पे पिता का रहा ना साया,
उसका मुझे कोई ग़म नहीं...
मेरी जुबां पर आज भी,
ज़य हिंदी का ही नारा है...
शेरों को धोखे से मारा,
जिन पाकिस्तानी कुत्तों ने...
उन्हें मिटाने के लिए,
मुझे फौज में भर्ती होना है...!!
जय हिन्द ✊
Wah kya baat he
ReplyDeleteDesh bhakti ki mishal rakh Di
Tumne drrrrrr
Kash bharat ka har uva esi soch rakhta
Jay hind
Vande matrm my drrrrrr P
Super poem
🇮🇳😘😘😘💞👫🇮🇳🌹🌹
desh bhakti poem in hindi For Class 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 जोश भर देने वाली देशभक्ति कविता 2022 हिंदी में desh bhakti kavita in hindi, छोटी देशभक्ति कविताएँ For School & College Students
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