तब बर्दाश्त नहीं होता.......!!! Hindi desh bhakti poem

तब बर्दाश्त नहीं होता.......

जब बात करता पाक अमन की,
और आतंक को जन्म देता है....!

बढ़ा कर दोस्ती का हाथ,
फिर पीठ में छुरा घोंपता है....!

तब बर्दाश्त नहीं होता.......

जब देश के जवानों पर,
धोखे से वार होता है....!

इस देश में रहने वाला ही,
जवानों पे पत्थर फेंकता है....!

तब बर्दाश्त नहीं होता........

जब शहिदों की शहादत पर,
कोई राजनीति करता है....!

दुश्मनों की आलोचना के बदले,
उनकी ही हिमाकत करता है....!

तब बर्दाश्त नहीं होता.........

जो खाता तो है हिन्दुस्तान की,
और गुणगान पाकिस्तान के गाता है....!

वंदे मातरम् की जगह,
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता है....!

तब बर्दाश्त नहीं होता.........

कब बदलेगी भारत की सूरत...?
कब होगी सुख-शांति और समृद्धि का आगमन...?

वंदे मातरम् 🙏

प्रभात..........

Comments

  1. Supprbbbb drrrrrrr
    Nice lines
    Bahot pyari poem he

    Desh k liye ku6 kar dikhanevali
    Prerana denevali poem

    Mst
    I selut u drrrrrr 🇮🇳
    🌷🌷🌷🌷

    Good afternoon
    GBU
    😊😘👫💞🌹

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....