हम ने क्या खोया और आज क्या पाया है.....!!! Hindi suvichar
जब घड़ी एक आध के पास होती थी,
तब समय सबके पास होता था,
बोलचाल में हिंदी का प्रयोग भी होता था,
और अंग्रेज़ी तो पीने के बाद ही बोली जाती थी,
सायकिल होती थी,
जो चार रोटी में चालीस की एवरेज देती थी,
चिठ्ठी पत्री का जमाना था,
पत्री में व्याकरण की अशुद्धि होती थी,
पर आचरण शुद्ध हुआ करता था,
शादी में घर की औरतें ख़ाना बनाती थी,
और बाहर की औरतें नाचती थी,
अब बाहर की औरतें खाना बनाती है,
और घर की औरतें नाचती हैं,
गांव के चौबारों पर पहले,
बड़े बुढों की बैठक होती थी,
अब चार दिवारो में कुछ सहमे हुए,
तो कुछ की वृद्धाश्रम में जिंदगी गुज़रती है....!!!
कभी सोचना बीते जमाने को याद कर के,
हम ने क्या खोया और आज क्या पाया है.....!!!
प्रभात...........
तब समय सबके पास होता था,
बोलचाल में हिंदी का प्रयोग भी होता था,
और अंग्रेज़ी तो पीने के बाद ही बोली जाती थी,
सायकिल होती थी,
जो चार रोटी में चालीस की एवरेज देती थी,
चिठ्ठी पत्री का जमाना था,
पत्री में व्याकरण की अशुद्धि होती थी,
पर आचरण शुद्ध हुआ करता था,
शादी में घर की औरतें ख़ाना बनाती थी,
और बाहर की औरतें नाचती थी,
अब बाहर की औरतें खाना बनाती है,
और घर की औरतें नाचती हैं,
गांव के चौबारों पर पहले,
बड़े बुढों की बैठक होती थी,
अब चार दिवारो में कुछ सहमे हुए,
तो कुछ की वृद्धाश्रम में जिंदगी गुज़रती है....!!!
कभी सोचना बीते जमाने को याद कर के,
हम ने क्या खोया और आज क्या पाया है.....!!!
प्रभात...........
Sach hi to he
ReplyDeleteAaj kal rishte bikhrne lage he
Rishto Me sachai nhi
Rishto Me a66ai nhi
Rishto Me mithash nhi
To rishta hi nhi
Ek hi rishta sacha
Sache pyar se sacha rishta
Bahut khubsurat rachna he
Suprrrrrr drrrrrr p... dv 🌹
Good morning jn😘💞👫
Hv smily day 😊😊😊😊😊😊