चलो अंधेरी रात की, हम सुबह ढूंढते हैं......!!! Hindi suvichar

चलो हंसने की कोई,
        हम वजह ढूंढते हैं....

जिधर न हो कोई ग़म,
        वो जगह ढूंढते हैं...

बहुत उड़ लिए,
       ऊंचे आसमान में यारों...

चलो जमीन पर ही कहीं,
        हम सतह ढूंढते हैं...

छूटा कितनों का साथ,
       जिंदगी की ज़ंग में...

चलो उनके दिलों की,
       हम गिरह ढूंढते हैं...

बहुत वक्त गुजारा हमने,
         भटकते हुए अंधेरों में....

चलो अंधेरी रात की 
        हम सुबह ढूंढते हैं......!!!

प्रभात.........

Comments

  1. Sooo nice poem drrrr ji
    👌🌹☕💕

    Good morning
    Hve a nice day
    Gnu drg......😘

    Aap sa na koi he
    Na hi koi hoga

    Aap har ek ki kdra krte he
    Sab ki taklif mehsus karte he

    Jisne aapko khoya vo badnasib
    Jisne aapko paya vo khushnasib

    Aap pe hmesha hme garv rahega....

    Thanks k aap hamari jindagi Ho...... .😘😘😘

    TMSR....my drrr. . P
    💞👫🌷

    ReplyDelete
    Replies
    1. Thanks dr b
      Aaj morning ko
      Jyada swt banadi tum ne

      Itni tarif na kiya karo humari ki

      Hum khud ko hi bhool Jaye

      Kabhi ek pal ke liye bhi tum door jao to

      Hum jina hi bhool Jaye

      Wish you happy new year 2019
      God bless you
      😊🌹😘🎁✨




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