फुरकत के लम्हें.......!!! Hindi love poem

फुरकत के इन लम्हों में से,
एक लम्हा चुरा लेता हूं...

उस पल तेरी याद में,
मैं सारी दुनिया भूला देता हूं....

न होश रहता खुद का,
न परवाह होती जमाने की....

अपनी आंखों में जब,
मैं तेरी तस्वीर बसा लेता हूं....

दिखती है तू हर ज़र्रे में,
ख़्यालो में जब तू चलती है....

ख्वाबों के हसीन जहां में,
मैं तुझे अपने पास बुला लेता हूं....

मिलना हमारा मुश्किल है,
"जाना" अभी हालात हैं मजबूरी के....

दूर रहकर भी इस तरह,
मैं तुझे अपने पास पा लेता हूं....!!!

प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞


Comments

  1. महकती तेरी यादें से
    दिल का गुलशन मैने सजाया..

    आँखों में लेके कई सपनें
    तुजमें अपनी दुनिया बसाई...

    बहोत खूब कविता प्रिय प्रभात
    खुशियोंभरी जिंदगी रहे आपकी

    सुप्रभात 😊😘👫💞🍫☕

    GBU My love Prabhat

    ReplyDelete
    Replies
    1. Thanks my dr
      Pratibha

      लिखती हैं जो मेरी कलम
      वो एहसास हो तुम

      मेरे लिए तो मेरा सारा जहान हो तुम

      बोलो कैसे ना मर मिटुं तुम पर
      मेरे लिए तो मेरी जान हो तुम

      My love pratibha
      🌹👉😊😘🍫👫

      Delete

Post a Comment

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....