आज तो मैं सोलह श्रृंगार कर लूंगी.....!!! Hindi love poem
आज तो मैं सोलह श्रृंगार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
फिर ‘उनसे’ खूब मैं प्यार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
रूठेंगे गर देर लगी मुझको सजने में
《《《《《♡♥》》》》
चंचल चितवन से मनुहार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
जरा, गजरा, बिंदी साथ देना जरा
《《《《《♡♥》》》》
छुट्टी लेने को उन्हें तैयार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
लाली की चमक पिघला न सकी तो
《《《《《♡♥》》》》
री शस्त्र आंसू की बौछार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
बीवी का कर्तव्य मैं जानती हूँ
《《《《《♡♥》》》》
तुलसी सा पावन घर बार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
प्रतिभा..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
《《《《《♡♥》》》》
फिर ‘उनसे’ खूब मैं प्यार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
रूठेंगे गर देर लगी मुझको सजने में
《《《《《♡♥》》》》
चंचल चितवन से मनुहार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
जरा, गजरा, बिंदी साथ देना जरा
《《《《《♡♥》》》》
छुट्टी लेने को उन्हें तैयार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
लाली की चमक पिघला न सकी तो
《《《《《♡♥》》》》
री शस्त्र आंसू की बौछार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
बीवी का कर्तव्य मैं जानती हूँ
《《《《《♡♥》》》》
तुलसी सा पावन घर बार कर लूंगी
《《《《《♡♥》》》》
प्रतिभा..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
क्या बात है प्रतिभा बहुत ही खूबसूरत
ReplyDeleteहैं हर पंक्ति
दफ्तर के किसी काम में
मन मेरा नहीं अब लगता है
हर फ़ाइल में मुझे तो
अब तेरा ही अक्स दिखता है
पुछते है सब खैरियत मेरी
मैं तबियत नासाज बताता हूं
कैसे कहूं मैं लोगों से की
मुझ पर गुजरी रात का नसा चढ़ जाता है
यूं ही लिखते रहो
TMSR
😉😊👉🍫🌹😘
Thanks my drrr.... P
ReplyDeleteMere mn ki baate sab padh lete ho aap
मेरा दामन तेरे वास्ते है फैलाया
मेरी चूडियाँ तूजे है बुलाती
पायल की तू सुन झनकार
दिल के हाल मेरे तु भी जान
रातों की चाँदनी का है मेला
देख मिलन की ये बेला आई
So sweet of you my JN
Aap hmesha se hi pyare ho
GBU... 😘😘😘🍫
TMSR.. 💞👫