उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!! Hindi love poem
बड़े नाजुक हैं हाथ मेरे महबूब के,
ए हवा जरा आहिस्ता चल,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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मेरे ख्यालों में गुमशुदा सी वो बैठी है कब से,
उसके आँचल को तू न लहरा,
कहीं उसे तकलीफ न हो.........!!.<<●>><<●>><<●>><<●>><<●>><<●>>
बड़े दिनों बाद उसने खुद को सँवारा है,
ए मचलती हवा न उड़ा तू धूल उसपे,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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उसके पाँवों को चूमता है उजला चाँद पूनम का,
सूखे पत्ते को तू जमी पर न बिखरा,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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अपने हाथों में थाम के बैठी है वो ख़त मेरा,
मचल कर तू शोर न मचा,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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उसके ख्बाब-ओ-ख्यालों में रहता हूँ मैं ही
इस तरह तू उसे न जगा,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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उसने लिखा है जमीं पे मेरा नाम तड़प के
मेरे नाम को तू न फ़ना कर,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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वो इबादत में मशगूल है अपने इश्क के "मसीहा" की
ए हवा उसे तू ऐसे न सता,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
ए हवा जरा आहिस्ता चल,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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मेरे ख्यालों में गुमशुदा सी वो बैठी है कब से,
उसके आँचल को तू न लहरा,
कहीं उसे तकलीफ न हो.........!!.<<●>><<●>><<●>><<●>><<●>><<●>>
बड़े दिनों बाद उसने खुद को सँवारा है,
ए मचलती हवा न उड़ा तू धूल उसपे,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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उसके पाँवों को चूमता है उजला चाँद पूनम का,
सूखे पत्ते को तू जमी पर न बिखरा,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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अपने हाथों में थाम के बैठी है वो ख़त मेरा,
मचल कर तू शोर न मचा,
कहीं उसे तकलीफ न हो..........!!
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उसके ख्बाब-ओ-ख्यालों में रहता हूँ मैं ही
इस तरह तू उसे न जगा,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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उसने लिखा है जमीं पे मेरा नाम तड़प के
मेरे नाम को तू न फ़ना कर,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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वो इबादत में मशगूल है अपने इश्क के "मसीहा" की
ए हवा उसे तू ऐसे न सता,
उसे कहीं तकलीफ न हो..........!!
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प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
Great poem
ReplyDeleteशुक्रिया जी
Deleteशुभ दिन रहे आपका
खुदा से भी ज्यादा मुझे यकीन है उन पे
ReplyDeleteमेरी सांसो की डोर बंधी है उनकी सांसो से
मेरे दिल की जान है वो
उन्हें हमेशा सलामत रखना
मेरे सफर की मंजिल है वो
मेरा हमसफ़र उन्हें बनाये रखना
बडे नसीबो से मिला है वो
तकदीर में मेरी उन्हें बनाये रखना
मेरे प्यार मेरी चाहत को
ऐ मेरे खुदा मेरी उम्र दराज करना
आपकी और आपकी कविता की दिवानी
प्रतिभा.... 👌💞😘🌷🍫
Sooooo beautiful n romnic poem
Suprb mindbloing poem drrrr
Ese likhte rho or hm ese hi padhte rhe
😊😘😘👌👌👌👌