बीते बचपन का जमाना......!!! Hindi bachpan poem
जब बचपन था तो बड़े होने की जद्दोजहद थी
आज बिते बचपन का जमाना अच्छा लगता है....
वो बारिश में दोस्तों के संग भीगना,
वो स्कूल के बाहर मुरमुरा खाना अच्छा लगता है....
वो अंगूठे से दोस्ती तोड़ देना,
वो छोटी उंगली से मान जाना अच्छा लगता है....
वो लड़ना झगड़ना फिर साथ खेलना,
वो गुड्डे-गुड़ियों का खेल अच्छा लगता है....
वो दोस्ती की कसमें खाना,
वो दोस्त के लिए कुछ भी करना अच्छा लगता है....
वो बचपन का याराना और प्यार बचपन वाला,
वो बचपन का गुज़रा ज़माना मुझे अच्छा लगता है....
प्रभात........
आज बिते बचपन का जमाना अच्छा लगता है....
वो बारिश में दोस्तों के संग भीगना,
वो स्कूल के बाहर मुरमुरा खाना अच्छा लगता है....
वो अंगूठे से दोस्ती तोड़ देना,
वो छोटी उंगली से मान जाना अच्छा लगता है....
वो लड़ना झगड़ना फिर साथ खेलना,
वो गुड्डे-गुड़ियों का खेल अच्छा लगता है....
वो दोस्ती की कसमें खाना,
वो दोस्त के लिए कुछ भी करना अच्छा लगता है....
वो बचपन का याराना और प्यार बचपन वाला,
वो बचपन का गुज़रा ज़माना मुझे अच्छा लगता है....
प्रभात........
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteशुक्रिया जी
Deleteशुभ दिन रहे आपका 🙏🌹
बहुत खूबसूरत कविता और
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत होता है बचपन
बहुत खूबसूरत होते थे वो दिन भी
खूबसूरत होते थे बचपन के पल भी
Suprb yaar
Nice poem
Bachpan yaad dila dia
So sweet my drrr lovely.. P
Mu
Good night sd tc u jn
👌💞😘🍫👫
TMSR..... 💕
Han sach kaha
DeleteBita bachpan kitna hasin tha
ThnTha dr b
TMSR 💖