बहुत याद आते हो तुम, और तुम्हारी बातें...!!! Hindi love poem
बहुत याद आते हो तुम,
और तुम्हारी बातें...
वो साथ बीते पल,
और सारी मुलाकातें....
वह सर्दियों का मौसम,
और जाटों की नर्म धूप....
लहराते हुए खेत में,
खिले सरसों के फूल....
कड़वे नीम की वो मीठी छांव,
जहां बैठे थे साथ हम...
बहते नहरों के पानी में,
बजती थी जैसे कोई धुन,
सर्द हवाओं में जब,
उड़ती थी तुम्हारी जुल्फ...
लटों को संवारते,
होश मेरे हुए थे गुम...
बाहों में तुम्हें भर के,
बस निहारते रहे हम-तुम...
बिन बोले ही सब कहते रहे,
एक दूसरे से हम...
लबों को लबों ने जब छुआ तो,
सांसें हुई थी गर्म...
वह पहले प्यार का पहला एहसास,
जिसे भूलें ना आज भी हम और तुम......!!!
प्रभात💞प्रतिभा........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
और तुम्हारी बातें...
वो साथ बीते पल,
और सारी मुलाकातें....
वह सर्दियों का मौसम,
और जाटों की नर्म धूप....
लहराते हुए खेत में,
खिले सरसों के फूल....
कड़वे नीम की वो मीठी छांव,
जहां बैठे थे साथ हम...
बहते नहरों के पानी में,
बजती थी जैसे कोई धुन,
सर्द हवाओं में जब,
उड़ती थी तुम्हारी जुल्फ...
लटों को संवारते,
होश मेरे हुए थे गुम...
बाहों में तुम्हें भर के,
बस निहारते रहे हम-तुम...
बिन बोले ही सब कहते रहे,
एक दूसरे से हम...
लबों को लबों ने जब छुआ तो,
सांसें हुई थी गर्म...
वह पहले प्यार का पहला एहसास,
जिसे भूलें ना आज भी हम और तुम......!!!
प्रभात💞प्रतिभा........
तेरा मेरा साथ रहे 👫💞
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