यह कैसा आज का युग है........??? Hindi suvichar
यह कैसा आज का युग है.....
बड़े हो गए हैं घर,
पर घर में परिवार नहीं.....
बड़े बुजुर्गो का,
अब कोई लिहाज नहीं.....
पढ़ाई भी ज्यादा हो गई,
पर लोगों में तमीज़ नहीं.....
महंगी हो गई दवाईयां,
पर अच्छी सेहत नहीं.....
आदमी ज्यादा हो गए,
पर किसी को सुकून नहीं.....
बौद्धिकता का स्तर ऊंचा हो गया,
पर दिलों में कोई भावना नहीं.....
जहां ज्ञान अच्छा मिलता,
वहां जाना किसी को पसंद नहीं.....
प्रेम संबंध तो बहुत है,
पर कंही सच्चा प्यार नहीं.....
चांद तक पहोंच गए,
पर पडौसी के बारे में कुछ पता नहीं.....
फेसबुक पर दोस्त बहुत है,
पर कोई सच्चा दोस्त नहीं.....
शराब ज्यादा हो गई,
दुनिया में प्रर्याप्त पानी नहीं.....
इंसान तो बहुत है,
पर कंही इंसानियत नहीं.....
किमती हाथों में है घड़ियां,
पर किसी पास समय नहीं.....
रिश्ते तो बस नाम के हैं,
उन रिश्तों में प्रेम नहीं.....
प्रभात........
बड़े हो गए हैं घर,
पर घर में परिवार नहीं.....
बड़े बुजुर्गो का,
अब कोई लिहाज नहीं.....
पढ़ाई भी ज्यादा हो गई,
पर लोगों में तमीज़ नहीं.....
महंगी हो गई दवाईयां,
पर अच्छी सेहत नहीं.....
आदमी ज्यादा हो गए,
पर किसी को सुकून नहीं.....
बौद्धिकता का स्तर ऊंचा हो गया,
पर दिलों में कोई भावना नहीं.....
जहां ज्ञान अच्छा मिलता,
वहां जाना किसी को पसंद नहीं.....
प्रेम संबंध तो बहुत है,
पर कंही सच्चा प्यार नहीं.....
चांद तक पहोंच गए,
पर पडौसी के बारे में कुछ पता नहीं.....
फेसबुक पर दोस्त बहुत है,
पर कोई सच्चा दोस्त नहीं.....
शराब ज्यादा हो गई,
दुनिया में प्रर्याप्त पानी नहीं.....
इंसान तो बहुत है,
पर कंही इंसानियत नहीं.....
किमती हाथों में है घड़ियां,
पर किसी पास समय नहीं.....
रिश्ते तो बस नाम के हैं,
उन रिश्तों में प्रेम नहीं.....
प्रभात........
Bilkul sahi baat Prabhat
ReplyDeleteDuriya rishto me aajkl
Mobail ki vajah se aai he
Matlab k sab yaar ho Gaye he
Suprabhat
Hv a great day 😊🌷🙏👌
Thanks pratibha
DeleteNice to you