कहते हैं लोग यही की........!!! Hindi suvichar
कहते हैं लोग यही की.......
"प्यार" देने से "बेटा" बिगड़े,
"तोहफे" देने से "नारी",
"लोभ" देने से "नौकर" बिगड़े,
"धोखा" देने से "यारी",
सुन लो गौर से दुनिया वालों,
यह बात "जनहित" में जारी,
"गुण" मिले तो "गुरु" बना लो,
"चित" मिले तो "चेला",
"मन" मिले तो "मित्र" बना लो,
वर्ना रहो "अकेला",
"रोटी" पर जब "घी" लगे,
और "नाम" के पीछे "जी",
"स्वाद" और "ईज्जत" बढ़ जाती है,
तब दोनों की,
प्रभात........
"प्यार" देने से "बेटा" बिगड़े,
"तोहफे" देने से "नारी",
"लोभ" देने से "नौकर" बिगड़े,
"धोखा" देने से "यारी",
सुन लो गौर से दुनिया वालों,
यह बात "जनहित" में जारी,
"गुण" मिले तो "गुरु" बना लो,
"चित" मिले तो "चेला",
"मन" मिले तो "मित्र" बना लो,
वर्ना रहो "अकेला",
"रोटी" पर जब "घी" लगे,
और "नाम" के पीछे "जी",
"स्वाद" और "ईज्जत" बढ़ जाती है,
तब दोनों की,
प्रभात........
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