जीवन में याद रखने वाली तीन चीजें....... Hindi suvichar
तीन चीजें किसी का इन्तजार नहीं करती:-
समय, मौत, ग्राहक।
तीन चीजें जीवन में एक बार मिलती है:-
मां, बांप, और जवानी।
तीन चीजें पर्दे योग्य है:-
धन, स्त्री और भोजन।
तीन चीजों से सदा सावधान रहिए:-
बुरी संगत, परस्त्री और निन्दा।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है:-
ईश्वर, परिश्रम और विद्या।
तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे:-
बीमारी, कर्जा, शत्रु।
तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो:-
मन, काम और लोभ।
तीन चीजें निकलने पर वापिस नहीं आती:-
तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।
तीन चीजें कमज़ोर बना देती है:-
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं:-
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता:-
अकल, चरित्र, हुनर।
तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं:-
स्त्री, भाई, दोस्त।
तीनों व्यक्ति का सम्मान करो:-
माता, पिता और गुरु।
तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो:-
बालक, भूखे और पागल।
तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए:-
कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।
तीन बातें कभी मत भूलें:-
उपकार, उपदेश और उदारता।
तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं:-
सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं:-
चोरी, निंदा और झूठ।
जय श्री हरि 🙏🌷
प्रभात...........
समय, मौत, ग्राहक।
तीन चीजें जीवन में एक बार मिलती है:-
मां, बांप, और जवानी।
तीन चीजें पर्दे योग्य है:-
धन, स्त्री और भोजन।
तीन चीजों से सदा सावधान रहिए:-
बुरी संगत, परस्त्री और निन्दा।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है:-
ईश्वर, परिश्रम और विद्या।
तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे:-
बीमारी, कर्जा, शत्रु।
तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो:-
मन, काम और लोभ।
तीन चीजें निकलने पर वापिस नहीं आती:-
तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।
तीन चीजें कमज़ोर बना देती है:-
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं:-
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता:-
अकल, चरित्र, हुनर।
तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं:-
स्त्री, भाई, दोस्त।
तीनों व्यक्ति का सम्मान करो:-
माता, पिता और गुरु।
तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो:-
बालक, भूखे और पागल।
तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए:-
कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।
तीन बातें कभी मत भूलें:-
उपकार, उपदेश और उदारता।
तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं:-
सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं:-
चोरी, निंदा और झूठ।
जय श्री हरि 🙏🌷
प्रभात...........
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