जब वो अपने दांतों में डुपट्टा दबाती है....!! Hindi love poem
जब वो अपने दांतों में डुपट्टा दबाती है....!!
हुस्न बेमिसाल नखरे माशा-अल्लाह कयामत होती है,
पकड के जब वो अपनी ऊंगली से लटों को घुमाती है....
💙
💚💖💛
💜
क्या बताऊं कैसे समझाऊं हाल-ए-दिल अपना,
जब वो सज-संवर के मेरे नजरों के सामने आती है....
💙
💚💖💛
💜
होती है इस कदर मासूमियत उसके चेहरे पर,
लगती है नाजुक फूलों सी जब वो हंसती है....
💙
💚💖💛
💜
कभी रूठती है वो मुझसे कभी नाराज होती है,
होती है जब वो मेरी बांहों में ना जाने क्यूँ शर्माती है....
💙
💚💖💛
💜
कभी पगली कभी दिलकश लगती है मेरी जान,
बढा के मेरी बेताबीयां जब वो दूर जाती है....!!
💙
💚💖💛
💜
प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
हुस्न बेमिसाल नखरे माशा-अल्लाह कयामत होती है,
पकड के जब वो अपनी ऊंगली से लटों को घुमाती है....
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क्या बताऊं कैसे समझाऊं हाल-ए-दिल अपना,
जब वो सज-संवर के मेरे नजरों के सामने आती है....
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होती है इस कदर मासूमियत उसके चेहरे पर,
लगती है नाजुक फूलों सी जब वो हंसती है....
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कभी रूठती है वो मुझसे कभी नाराज होती है,
होती है जब वो मेरी बांहों में ना जाने क्यूँ शर्माती है....
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कभी पगली कभी दिलकश लगती है मेरी जान,
बढा के मेरी बेताबीयां जब वो दूर जाती है....!!
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प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
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