वो सबको कहेती है.....!! Hindi love poem......
वो सब को कहेती है,
मोहब्बत मुझसे करती है.........!
पर इजहार तो करती है,
मगर छुप-छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
करती है सारे जहां से,
मेरी ही बातें वो......................!
आती है मेरे सामने,
मगर छुप -छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
उसकी हर साँस,
अमानत है मेरी......................!
जताती है ये बात,
मगर छुप -छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
करती है हर कोशिश,
मेरे दीदार की वो.....................!
देखती तो है मुझे,
मगर छुप -छुप के...........!
🌹🌾🌾🌾
उसका अंदाज-ए-मोहब्बत भी,
अजीब है यारों.........................!
प्यार तो करती है,
मगर छुप-छुप के............!
🌹🌾🌾🌾
प्रभात............
तेरा मेरा साथ रहे 👫
मोहब्बत मुझसे करती है.........!
पर इजहार तो करती है,
मगर छुप-छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
करती है सारे जहां से,
मेरी ही बातें वो......................!
आती है मेरे सामने,
मगर छुप -छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
उसकी हर साँस,
अमानत है मेरी......................!
जताती है ये बात,
मगर छुप -छुप के........!
🌹🌾🌾🌾
करती है हर कोशिश,
मेरे दीदार की वो.....................!
देखती तो है मुझे,
मगर छुप -छुप के...........!
🌹🌾🌾🌾
उसका अंदाज-ए-मोहब्बत भी,
अजीब है यारों.........................!
प्यार तो करती है,
मगर छुप-छुप के............!
🌹🌾🌾🌾
प्रभात............
तेरा मेरा साथ रहे 👫
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