मौसम की पहली बरसात... .. Hindi monsoon poem
मौसम ने बदला है मिजाज अपना,
देखो बारिश के आसार नजर आए.......!
बहने लगी ठंडी हवाएं फिजा में,
काली घटा बन बादल घिर आए........!
चहेक उठे सारे पंछी भी पेड़ों के,
मोर पपीहे ने भी मधुर गीत गाया.......!
जब गिरने लगी बूंदें ज़मीन पर,
बच्चों ने मुस्कुरा के सोर मचाया........!
निकल पड़े सभी घर से बाहर,
पानी की बूंदों ने सबको लुभाया........!
आसमां ने भी सबको खुश देख,
अपनी बरसात से सब को भिगोया....... !
भीगा तन आज भीगा मन आज,
सरा जहां बड़ा खुश नजर आया.........!
शुरुआत हो गई मौसम-ए-बरसात की,
संग जैसे ये खुशियों की फुहार ले आया........!
मौसम की पहली बारिश मुबारक हो दोस्तों
प्रभात........
देखो बारिश के आसार नजर आए.......!
बहने लगी ठंडी हवाएं फिजा में,
काली घटा बन बादल घिर आए........!
चहेक उठे सारे पंछी भी पेड़ों के,
मोर पपीहे ने भी मधुर गीत गाया.......!
जब गिरने लगी बूंदें ज़मीन पर,
बच्चों ने मुस्कुरा के सोर मचाया........!
निकल पड़े सभी घर से बाहर,
पानी की बूंदों ने सबको लुभाया........!
आसमां ने भी सबको खुश देख,
अपनी बरसात से सब को भिगोया....... !
भीगा तन आज भीगा मन आज,
सरा जहां बड़ा खुश नजर आया.........!
शुरुआत हो गई मौसम-ए-बरसात की,
संग जैसे ये खुशियों की फुहार ले आया........!
मौसम की पहली बारिश मुबारक हो दोस्तों
प्रभात........
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