मेरा महबूब........!!! Hindi love poem
महबूब मेरा महबूब...........!
सोने से भी सोणा मेरा महबूब...........!
तू प्यार से भी प्यारा,
तू पिया मोरा अलबेला मेरे महबूब............!
तुझसे कैसा नाता मेरा,
तुझसे कैसा ये बंधन मेरे महबूब............!
तू दूर तो है मुझसे,
फिर भी मेरे आसपास लगे मेरे महबूब.............!
हर एक बात की दीवानी तेरी,
तेरी हर एक अदा पे फिदा मेरे महबूब..............!
तुजसा ना कोई है,
तुजसा ना कोई होगा मेरे महबूब..............!
तू मेरे मन मंदिर की मूरत,
तू ही मेरी जिंदगी मेरे महबूब............!
प्रतिभा..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
सोने से भी सोणा मेरा महबूब...........!
तू प्यार से भी प्यारा,
तू पिया मोरा अलबेला मेरे महबूब............!
तुझसे कैसा नाता मेरा,
तुझसे कैसा ये बंधन मेरे महबूब............!
तू दूर तो है मुझसे,
फिर भी मेरे आसपास लगे मेरे महबूब.............!
हर एक बात की दीवानी तेरी,
तेरी हर एक अदा पे फिदा मेरे महबूब..............!
तुजसा ना कोई है,
तुजसा ना कोई होगा मेरे महबूब..............!
तू मेरे मन मंदिर की मूरत,
तू ही मेरी जिंदगी मेरे महबूब............!
प्रतिभा..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
Comments
Post a Comment