डरता हूँ .......!! Hindi love poem
डरता हूँ आसमां से,
जमीन पर तुम्हारे आने से........!
कही ख़त्म न हो जाये,
अँधेरा मेरे गरीबखाने से..........!
डर लगता है जब तुम,
खड़ी होती हो आईने के सामने...........!
कहीं कोई चोर चुरा न ले,
तस्वीर तेरी आईने से............!
निकला न करो यूं,
इन अँधेरी रातों में संवर कर............!
कही हो न जाये सवेरा,
तेरे रूप के खजाने से.............!
छुपा लो चाँद से चेहरे को,
अपनी रेशमी जुल्फों से...........!
कहीं हो न जाये खता मुझसे,
तुम्हारे पास आने से............!
न हसों इतनी तेज की,
आवाज पहुँच जाये बादलों तक...........!
कहीं होने न लगे बारिश,
तेरे यूं मुस्कराने से............!!!
प्रभात...........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
जमीन पर तुम्हारे आने से........!
कही ख़त्म न हो जाये,
अँधेरा मेरे गरीबखाने से..........!
डर लगता है जब तुम,
खड़ी होती हो आईने के सामने...........!
कहीं कोई चोर चुरा न ले,
तस्वीर तेरी आईने से............!
निकला न करो यूं,
इन अँधेरी रातों में संवर कर............!
कही हो न जाये सवेरा,
तेरे रूप के खजाने से.............!
छुपा लो चाँद से चेहरे को,
अपनी रेशमी जुल्फों से...........!
कहीं हो न जाये खता मुझसे,
तुम्हारे पास आने से............!
न हसों इतनी तेज की,
आवाज पहुँच जाये बादलों तक...........!
कहीं होने न लगे बारिश,
तेरे यूं मुस्कराने से............!!!
प्रभात...........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
Comments
Post a Comment