Good morning Hindi poem
खुद को इतना भी मत बचाया कर...........!
बारिशें हो तो भीग जाया कर...........!
चांद लाकर कोई नहीं देगा,
अपने चेहरे को जगमगाया कर............!
दर्द हीरा है दर्द मोती है,
दर्द आंखों से मत बहाया कर............!
काम ले कुछ हसीन होंठों से,
बातों-बातों में मुस्कुराया कर..............!
धूप मायूस ही लौट जाती है,
छत पे किसी बहाने आया कर..............!
कौन कहता है दिल मिलाने को,
कम-से-कम हाथ तो मिलाया कर............!
सुबह यूं तो रोज आती है नई उम्मीद ले कर,
कभी मेरी उम्मीदों को सच कर जाया कर...........!!
सुप्रभात दोस्तों 🔆🙏
प्रभात..........
बारिशें हो तो भीग जाया कर...........!
चांद लाकर कोई नहीं देगा,
अपने चेहरे को जगमगाया कर............!
दर्द हीरा है दर्द मोती है,
दर्द आंखों से मत बहाया कर............!
काम ले कुछ हसीन होंठों से,
बातों-बातों में मुस्कुराया कर..............!
धूप मायूस ही लौट जाती है,
छत पे किसी बहाने आया कर..............!
कौन कहता है दिल मिलाने को,
कम-से-कम हाथ तो मिलाया कर............!
सुबह यूं तो रोज आती है नई उम्मीद ले कर,
कभी मेरी उम्मीदों को सच कर जाया कर...........!!
सुप्रभात दोस्तों 🔆🙏
प्रभात..........
So beautiful line👌👌
ReplyDeleteGood morning😊🙏🌷