सामने तुम बैठी रहो, मैं तेरा दीदार करूं.........! Hindi love poem
सामने तुम बैठी रहो,
मैं तेरा दीदार करूं.........!
जुबां खामोश रहे,
आँखों से मैं बात करूं........!
भूल के ये सारी दुनिया,
बस तुझमें ही मैं खोया रहूं........!
उलझ जाऊं इन जुल्फों में,
उम्र भर इनमें मैं कैद रहूं.........!
बिखरने लगो जब बाहों में,
जी भर फिर तुमसे प्यार करूं........!
थर थाराते लबों को चुम,
चाहत के नसे में मैं चूर रहूं........!
दहेक जाए तेरे जिस्म की आग,
इतना तुझे मैं मदहोश करूं.........!
धड़कने बेताब हो रूह से
मिलन की जब शुरुआत हो........!
ताउम्र याद रह जाए ये रात
इन हसीन पलों को यादगार करूं.........!!
प्रभात......
तेरा मेरा साथ रहे 👫
मैं तेरा दीदार करूं.........!
जुबां खामोश रहे,
आँखों से मैं बात करूं........!
भूल के ये सारी दुनिया,
बस तुझमें ही मैं खोया रहूं........!
उलझ जाऊं इन जुल्फों में,
उम्र भर इनमें मैं कैद रहूं.........!
बिखरने लगो जब बाहों में,
जी भर फिर तुमसे प्यार करूं........!
थर थाराते लबों को चुम,
चाहत के नसे में मैं चूर रहूं........!
दहेक जाए तेरे जिस्म की आग,
इतना तुझे मैं मदहोश करूं.........!
धड़कने बेताब हो रूह से
मिलन की जब शुरुआत हो........!
ताउम्र याद रह जाए ये रात
इन हसीन पलों को यादगार करूं.........!!
प्रभात......
तेरा मेरा साथ रहे 👫
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