वजह न पुछो तो एक बात कहूं...........? Hindi love poem......
वजह न पुछो तो एक बात कहूं...........?
तुझे रब की हसीन मैं सौगात कहूं...........!
ढूंढता रहा जिसे मैं अपने हाथों में,
तुझे किस्तम की वह मैं लकीर कहूं..........!
आसमां में चमकते सितारों में
तुझे चमकता एक मैं चांद कहूं...........!
सजती है जो मुस्कान मेरे लबों पे,
तुझे उस मुस्कान की मैं वजह कहूं...........!
लिखता हूं जो मोहब्बत के फसाने,
तुझे उन फसानों का मैं एहसास कहूं..........!
मांगता हूं जिसे रब से दुआओं में,
तुझे वह प्यारी सी मैं मुराद कहूं..........!!
तेरा मेरा साथ रहे 👫
प्रभात........
तुझे रब की हसीन मैं सौगात कहूं...........!
ढूंढता रहा जिसे मैं अपने हाथों में,
तुझे किस्तम की वह मैं लकीर कहूं..........!
आसमां में चमकते सितारों में
तुझे चमकता एक मैं चांद कहूं...........!
सजती है जो मुस्कान मेरे लबों पे,
तुझे उस मुस्कान की मैं वजह कहूं...........!
लिखता हूं जो मोहब्बत के फसाने,
तुझे उन फसानों का मैं एहसास कहूं..........!
मांगता हूं जिसे रब से दुआओं में,
तुझे वह प्यारी सी मैं मुराद कहूं..........!!
तेरा मेरा साथ रहे 👫
प्रभात........
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