हर बार दुआ को...... Hindi love poem......
हर बार दुआ को,
जब हाथ उठाया.......!
कुछ भी अपने लिए,
दिल ना माँग पाया......!
आँखें बंद की तो,
ना जाने क्यूँ..............!
सिर्फ तेरा ही चेहरा
नजर आया...............!
सोचते रहे हम,
रात भर तुझे ही..........!
हम करवट,
बदलते रहे यूँ ही.........!
पर ना दिल को,
कंही करार आया........!
हर तरफ बस तुझे ही,
तड़पता पाया.............!
दिल ने जब भी पुकारा,
किसी हमदर्द को.........!
सिर्फ तेरा ही नाम,
मेरे लबों पर आया.........!
खो गए इस जहाँ मे,
जाने तुम कहां..............!
मैंने हर मोड पर,
खुद को तन्हा ही पाया......!!
प्रभात..........
जब हाथ उठाया.......!
कुछ भी अपने लिए,
दिल ना माँग पाया......!
आँखें बंद की तो,
ना जाने क्यूँ..............!
सिर्फ तेरा ही चेहरा
नजर आया...............!
सोचते रहे हम,
रात भर तुझे ही..........!
हम करवट,
बदलते रहे यूँ ही.........!
पर ना दिल को,
कंही करार आया........!
हर तरफ बस तुझे ही,
तड़पता पाया.............!
दिल ने जब भी पुकारा,
किसी हमदर्द को.........!
सिर्फ तेरा ही नाम,
मेरे लबों पर आया.........!
खो गए इस जहाँ मे,
जाने तुम कहां..............!
मैंने हर मोड पर,
खुद को तन्हा ही पाया......!!
प्रभात..........
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