मेरी सुबह तुम…मेरी शाम तुम….hindi love poem....

मेरी सुबह तुम, मेरी शाम तुम,
मेरी जिंदगी तमाम तुम,

सब कुछ मेरा अब तुझसे ही,
मेरी ख़ास तुम मेरी आम तुम, 

मेरी जिंदगी तमाम तुम…
मौजूद नहीं तुम सामने,

हर पल मेरे पर साथ हो,
संग चलता हु लेकर तुम्हे,

हाथो में जैसे तेरा हाथ हो,
मिलती हो बस ख्वाब में,

लगता मुझे हो  सरेआम तुम,
मेरी जिंदगी तमाम तुम…

मेरी सुबह तुम…मेरी शाम तुम….

प्रभात..........
तेरा मेरा साथ रहे 👫

Comments

Popular posts from this blog

ये वतन है हिन्दुस्तान हमारा.....!! Hindi desh bhakti poem

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar