तू फिर याद आ जाती है........!! Hindi love poem.....
ज़िक्र होता है जब,
महफ़िलो में मोहब्बत का,
मेरी रूह से तू रूबरू हो जाती है,
तन्हाईयो के आलम में,
मुस्कुराने की वजह बन जाती है,
तेरे इक पल के दीदार को,
ये आंखें तरस जाती है,
इश्क़ की लत है तुझसे,
जो सुरूर बन,
दिलों-दिमाग पर छा जाती है,
गुनगुनाता हूं मैं जब,
अपनी गजलों को,
तू फिर याद आ जाती है......!!
ये सरसराती हवाएं मानो,
तेरा पैगाम ले आती है,
छूकर इक पल मुझे,
तेरे होने का एहसास करा जाती है,
ये मदमस्त काली घटाऐ,
तेरी जुल्फों सी लहराती है,
फिर बारिश की हर बूंद में,
ते तस्वीर नजर आती है,
भीगने लगता हूं जब,
इन सावन बौछारों में,
तू फिर याद आ जाती है........!!
प्रभात.......... 💖
तेरा मेरा साथ रहे 👫
महफ़िलो में मोहब्बत का,
मेरी रूह से तू रूबरू हो जाती है,
तन्हाईयो के आलम में,
मुस्कुराने की वजह बन जाती है,
तेरे इक पल के दीदार को,
ये आंखें तरस जाती है,
इश्क़ की लत है तुझसे,
जो सुरूर बन,
दिलों-दिमाग पर छा जाती है,
गुनगुनाता हूं मैं जब,
अपनी गजलों को,
तू फिर याद आ जाती है......!!
ये सरसराती हवाएं मानो,
तेरा पैगाम ले आती है,
छूकर इक पल मुझे,
तेरे होने का एहसास करा जाती है,
ये मदमस्त काली घटाऐ,
तेरी जुल्फों सी लहराती है,
फिर बारिश की हर बूंद में,
ते तस्वीर नजर आती है,
भीगने लगता हूं जब,
इन सावन बौछारों में,
तू फिर याद आ जाती है........!!
प्रभात.......... 💖
तेरा मेरा साथ रहे 👫
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