जब पास तुम नहीं होती....... Hindi love poem
जब पास तुम नहीं होती,
तो ये तन्हाईयां रहती है..........!
तेरी यादों में लिपटी,
मेरी परछाईयां रहती है...........!
गिनता रहता हूं मैं,
फुरकत की ये घड़ियां...........!
तेरे बिना लबों पर मेरे,
बस ख़ामोशीयां रहती है...........!
चलता रहता हूं मैं,
बेसुध किसी राह पर...........!
मेरे हाथों में न जब,
तेरी ऊंगलीयां रहती है...........!
बेशक रहता हूं मैं,
दोस्तों की भीड़ में..........!
पर हर तरह तुझे ही मेरी,
ये निगाहें ढूंढती रहती है..........!
तेरी फिक्र तेरा ख्याल,
तब और बढ़ जाता........!
तेरी याद से जब मुझे
ये हिचकीयां आने लगती है.........!
दिल की उदासी को मिटाने,
जब कुछ लिखने बैठूं तो..........!
कलम भी तेरा नाम लिख के
मुझे और रूलाती है.........!
जब पास तुम नहीं होती,
तो ये तन्हाईयां रहती है..........!
तेरी यादों में लिपटी,
मेरी परछाईयां रहती है...........!
प्रभात.........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
तो ये तन्हाईयां रहती है..........!
तेरी यादों में लिपटी,
मेरी परछाईयां रहती है...........!
गिनता रहता हूं मैं,
फुरकत की ये घड़ियां...........!
तेरे बिना लबों पर मेरे,
बस ख़ामोशीयां रहती है...........!
चलता रहता हूं मैं,
बेसुध किसी राह पर...........!
मेरे हाथों में न जब,
तेरी ऊंगलीयां रहती है...........!
बेशक रहता हूं मैं,
दोस्तों की भीड़ में..........!
पर हर तरह तुझे ही मेरी,
ये निगाहें ढूंढती रहती है..........!
तेरी फिक्र तेरा ख्याल,
तब और बढ़ जाता........!
तेरी याद से जब मुझे
ये हिचकीयां आने लगती है.........!
दिल की उदासी को मिटाने,
जब कुछ लिखने बैठूं तो..........!
कलम भी तेरा नाम लिख के
मुझे और रूलाती है.........!
जब पास तुम नहीं होती,
तो ये तन्हाईयां रहती है..........!
तेरी यादों में लिपटी,
मेरी परछाईयां रहती है...........!
प्रभात.........
तेरा मेरा साथ रहे 👫
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