Meri Jaan ho tum .....love Hindi poem


  1. मेरी जान हो तुम....॥

आँखों की चमक , 
इन पलकों की शान हो तुम.......

चेहरे की हंसी, 
लबो की मुस्कान हो तुम.......

धडकता है दिल सिर्फ,
तुम्हारी ही आरजू में.......

फिर कैसे ना कहुं.....के 
मेरी जान हो तुम....॥ 

देखा नही जो अबतक, 
वो ख्वाब हो तुम.......

दिल में बसे एहसासो का, 
अरमान हो तुम,

मेरे ज़हन में रहती हो,
हर पल ख्याल की तरह,

फिर कैसे ना कहुं.....के
मेरी जान हो तुम,..॥

मेरी कमल की जुबान, 
मेरी पहेचान हो तुम,

दिल पर जो लीख दिया,
वो नाम हो तुम,

हर शब्द बहकने लगते हैं,
बस एक तेरे नाम से,

फिर कैसे ना कहुं,....के,
मेरी जान हो तुम....॥, 

मेरी जीने की वजा, 
धड़कनों की आन हो तुम, 

साया बनकर चले जो, 
मेरा वो हमसाया हो तुम,

तनहाई से मुझे,
तुमने ही तो निकाला,

फिर कैसे ना कहुं.....के 
मेरी जान हो तुम....॥


प्रविन.......✍
मेरा साथ रहे 👫💞


Ankho ki chamak,
In palkon ki shaan ho tum......

Chehre ki hansi,
labo ki muskan ho tum.....

Dhadkta hai Dil sirf,
Tumhari hi arzoo me.....

Fir kaise na kahedun...ki,
Meri jaan ho tum.....

Dekha nahi Jo abtak,
Vo khwab ho tum......

Dil me base ehsason ka,
Armaan ho tum......

Mere jehan me rahti ho,
Har pal khayal ki tarah.......

Fir kaise na kahedun...ki,
Meri jaan ho tum.....

Meri Kalam ki jubaan,
Meri pahechan ho tum......

Dil par Jo likh diya,
Vo naam ho tum........

Har shabd bahakne lagte Hain,
Bas ek Tere naam se.......

Fir kaise na kahedun...ki,
Meri jaan ho tum.....

Mere jine ki wajah,
Dhadkano ki aan ho tum......

Saya bankar chale jo,
Mera vo humsaya ho tum......

Tanhai se mujhe,
Tumhe hi to nikala......

Fir kaise na kahedun...ki,
Meri jaan ho tum.....!!!

Pravin.........✍

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