दरख़्तों से गीरे पत्तों पर, तेरा नाम लिखा करते हैं......! Love Hindi poem

दरख़्तों से गीरे पत्तों पर,
तेरा नाम लिखा करते हैं......!

जब भी तेरी याद आए,
तेरी तस्वीर देखा करते हैं......!

झुमने लगती है सुन के,
फिज़ा भी अपनी मस्ती में......

तेरी याद में जब कोई,
ग़ज़ल गुनगुनाया करते हैं.....!

बरसने लगती है अ़ब्र से,
चाहत की बूंदें जमीं पर.....

ले कर तेरा नाम जब तुझे,
वादियों में बुलाया करते हैं.....!

गुलशन भी मचने लगता हैं,
उन दिनों की याद में.....

तेरी जुल्फों में जब हम,
कोई फूल सजाया करते हैं.....!

लहरा के आती है हवाएं,
जब तुझे छु कर मेरे पास.....

उसे अपनी सांसों में भर के,
तुझे महसूस किया करते हैं.....!

बड़ी मुश्किल से गुजरते हैं,
फुर्कत के लम्हे तेरी याद में...,

तेरे मिलने की दुआ रब से,
हर पल हम मांगा करते हैं....!!

दरख़्तों से गीरे पत्तों पर,
तेरा नाम लिखा करते हैं......!

जब भी तेरी याद आए,
तेरी तस्वीर देखा करते हैं......!

प्रभात.......

तेरा मेरा साथ रहे 👫

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