Intjar k lamhe.....Hindi love poem....
मोहब्बत में इंतजार के लम्हे, बहुत कठिन होते हैं
निगाहें तरसती है दीदार को, दिल बेताब होता है.....
कहीं से दिख जाए, एक झलक हुस्न-ए-यार की,
हर पल ज़हन में बस यही, एक खयाल आता है.....
यद करता हूं जब हमारी, पिछली मुलाकात को,
तब जाकर चेहरे पर, थोड़ी सी मुस्कान आती है.....
फिर देखने लगता हूं मैं, बार बार तस्वीर उसकी,
लगे जैसे की तस्वीर से, उसकी आवाज आती है.....
दिल मचल उठता है, उसके आने की आहट से,
दूर से ही मेरी सांसों में, उसकी खुशबू आती है.....
मन झुमने लगता है, उसे अपनी और आते देख,
मेरी आंखे भी उसे देख, खुशी से भर आती है.....
समेट लेता हूं फिर, अपनी बाहों में उसे जोरों से,
भुल के सारे गिले शिकवे, उसपे बहुत प्यार आता है.....
प्रभात.......➍➭ß
तेरा मेरा साथ रहे 👫
निगाहें तरसती है दीदार को, दिल बेताब होता है.....
कहीं से दिख जाए, एक झलक हुस्न-ए-यार की,
हर पल ज़हन में बस यही, एक खयाल आता है.....
यद करता हूं जब हमारी, पिछली मुलाकात को,
तब जाकर चेहरे पर, थोड़ी सी मुस्कान आती है.....
फिर देखने लगता हूं मैं, बार बार तस्वीर उसकी,
लगे जैसे की तस्वीर से, उसकी आवाज आती है.....
दिल मचल उठता है, उसके आने की आहट से,
दूर से ही मेरी सांसों में, उसकी खुशबू आती है.....
मन झुमने लगता है, उसे अपनी और आते देख,
मेरी आंखे भी उसे देख, खुशी से भर आती है.....
समेट लेता हूं फिर, अपनी बाहों में उसे जोरों से,
भुल के सारे गिले शिकवे, उसपे बहुत प्यार आता है.....
प्रभात.......➍➭ß
तेरा मेरा साथ रहे 👫
बहुत ही सुंदर
ReplyDelete