मौसम की पहली बारिश का मज़ा ही कुछ और है...!! Hindi Monsoon poem

मौसम की पहली बारिश का,
मज़ा ही कुछ और है...

बरसती हुईं इन बूंदों का,
नशा ही कुछ और है...

क्या बच्चे क्या बड़े,
हर कोई झुमने लगता है...

लगे आसमां से तो जैसे
खुशियां ही बरसने लगती है...

कहीं चलती है नाव कागज की,
तो कहीं गीत सावन के बजते हैं...

भीगते हुए बच्चों को देख,
हम खुद को की कहां रोक पाते हैं...

यह देख जब चिल्लाए जो श्रीमती,
तब हम उन्हें भी भीगो दिया करते हैं...

थोड़ी शरारत और मस्ती में,
सभी मुस्कुरा दिया करते हैं...

गर्म पकोड़े और चाय के साथ,
फिर बड़े मज़े की दावत होती है...

तभी तो....

मौसम की पहली बारिश का,
मज़ा ही कुछ और है....

बरसती हुईं इन बूंदों का 
नशा ही कुछ और है....

प्रविन.........

Comments

  1. Soooo suprb poem drrrr
    Good morning

    पहली बारिश हर साल होगी
    मगर आपके प्यार की बारिश में भीगना मजा ही कुछ ओर है!!

    पहली बारिश हर साल होगी
    आपका साथ तो रोज पहली बारिश जैसा ही लगे

    Aap sada haste rhe muskurate rhe yhi 💟se duaa
    ☕🍝😘🌹💞👫TMSR

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem