मैं शिव हूं.......!!! Hindi god poem
विभत्स हूं..... विभोर हूं.....
मैं समाधी में ही चुर हूं....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
धनधोर अंधेरा ओढ़ के....
मैं जन जीवन से दूर हूं....
श्मशान में हूं नाचता....
मैं मृत्यु का गुरूर हूं.....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
साम, दाम तुम्हीं रखो.....
मैं दंड में संपूर्ण हूं....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
चीर आया चरण में.....
मार आया मैं को मैं.....
मैं.... मैं.... नहीं.....
मैं भय नहीं....
मैं भोलानाथ हूं......
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
🙏जय महाकाल 🙏
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं प्रभात.........
मैं समाधी में ही चुर हूं....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
धनधोर अंधेरा ओढ़ के....
मैं जन जीवन से दूर हूं....
श्मशान में हूं नाचता....
मैं मृत्यु का गुरूर हूं.....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
साम, दाम तुम्हीं रखो.....
मैं दंड में संपूर्ण हूं....
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
चीर आया चरण में.....
मार आया मैं को मैं.....
मैं.... मैं.... नहीं.....
मैं भय नहीं....
मैं भोलानाथ हूं......
मैं शिव हूं..... मैं शिव हूं.... मैं शिव हूं.....
🙏जय महाकाल 🙏
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं प्रभात.........
Happy Mahashivratry drrr
ReplyDeleteGood morning jaan
Hv a blesse day
Keep smiling always
😊🍫💗🌹😘💞👫