जिंदगी को हंसते मुस्कुराते गुजर लिया जाए.....!!! Hindi suvichar

कुछ भी बोलने से बेहतर,
चुप रह लिया जाए....

तकलीफों को अपनी,
खुद ही सह लिया जाए....

ओरो की खुशी में,
अपनी ख़ुशी ढूंढ ली जाए....

अपने आँसूओ को,
अपने ही दामन में छिपा लिया जाए....

दुनिया बडी ज़ालिम है,
करेगी आखिर सौ बुराईयां ही....

क्यों ना खुद की चोट पर,
खुद ही मरहम लगाया जाए....

जिंदगी की सांसे कब थम जाए,
यह किस को है क्या पता....

किनारे पे बैठ के,
बदलते रंग सबके देख लिया जाए.....

जिंदगी मिली है तो उसे
हंसते मुस्कुराते गुजार लिया जाए.....!!!

प्रतिभा.........

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem