बिटिया....... Hindi daughter poem

घर आने पर जो,
दौड़ के पास आये..................!

उसे कहते हैं बिटिया............

दूर जाने पर जो,
बहुत रुलाये...........................!

उसे कहते हैं बिटिया............

सबकुछ सह कर जो,
अपने दु:ख छुपाये.....................!

उसे कहते हैं बिटिया............

पति की हो कर भी जो,
पिता को न भूल पाये.................!

उसे कहते हैं बिटिया............

मीलों दूर होकर भी जो,
पास होने का एहसास दिलाये.......!

उसे कहते हैं बिटिया............

पिता के लिए अनमोल होती है 
होती है उनकी प्यारी बिटिया..................!

प्रभात..............

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