कुछ देर तुम चाँद का हि दीदार कर लो...hindi love poem

            मेरे आने का कुछ पल और इंतजार कर लो...
                कुछ देर तुम चाँद का हि दीदार कर लो...

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      जानता हूं जान मेरी तुम बैठी हो आईने के सामने....
           जी भर के तुम आज सोलह सिंगार कर लो....

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               गुजर जाएंगे बचे कुछ लम्हें तन्हाई के....
         देख आईने को कुछ पल खुद से हि प्यार कर लो....

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              मेरी दीवानगि का असर होगा धीरे -धीरे....
            इश्क में बिखर ने को खुद को तैयार कर लो....

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               ना रहे तमन्ना कोई बाकि दिल में तुम्हारे....
            मुझसे अपनी पुरी ख्वाहिशें हजार कर लो....

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 रोक लो खुद को आज कुछ देर और कि आज आऊंगा मैं...
        मेरे आ जाने पर सारी हदों को तुम पार कर लो....

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 "प्रभात" तो बना हि है तुमहारी मोहब्बत कि खातिर जाना....
   आज बांहों में लेकर तुम भी मुझसे प्यार बे-शुमार कर लो....

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प्रभात......
तेरा मेरा साथ रहे 👫

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